जावरा (निप्र) । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी रतलाम डॉ संध्या बेलसरे के मार्गदर्शन में एवं सीबीएमओ डा शंकरलाल खराड़ी तथा सिविल हॉस्पिटल जावरा प्रभारी डा.दीपक पालड़िया के निर्देशन में समस्त अधिकारीयो एवं कर्मचारीयो को लू तापघात के सम्बन्ध में दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि अत्यधिक गर्मी में लू तापघात जानलेवा साबित हो सकती है लू से बचाव के लिए सफेद हल्के रंग के सूती कपड़ों का उपयोग करें और भोजन कर तथा पानी पीकर ही घर से निकले,गर्दन एवं सिर के हिस्से को ढक्कर रखे, रंगीन चश्मे एवं छतरी का उपयोग करें,पानी एवं पेय पदार्थों का अधिक उपयोग करें।
दोपहर में एक बजे से चार बजे तक नहीं निकले ,गर्मी में बच्चों एवं बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें,ज्यादा समय तक धूप में रहकर कार्य नहीं करें,, लू के प्रमुख लक्षणों में गर्म लाल,सुखी त्वचा, तापमान शरीर का 40 डिग्री होना, उल्टी दस्त एवं सिर दर्द होना, सांस फूलना एवं चक्कर आना आदि है ऐसे में रोगी को छायादार जगह पर कपड़े ढीले कर लिटा दें तथा हवा करे, रोगी के बेहोश होने की स्थिति में तत्काल हॉस्पिटल ले जाकर चिकित्सक को दिखाए, रोगी के होश में आने पर ठंडा पेय पदार्थ तथा ओआरएस आदि दे, तथा चिकित्सकीय देखभाल में ईलाज करवाए, लू ग्रसित रोगियों के ईलाज हेतु सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है,यह जानकारी प्रभारी सुपरवाइजर शैलेन्द्र कुमार दवे ने दी।